Delhi NCR में बाढ़ की स्थिति (सितंबर 2025)
1. अचानक भारी वर्षा और यमुना का खतरा
दिल्ली-एनसीआर में आज अचानक हुई भारी बारिश ने जनजीवन को तहस-नहस कर दिया। Delhi NCR Flood 2025 यमुना नदी का जलस्तर खतरनाक सीमा से ऊपर पहुंच गया, जिससे बाढ़ की आशंका गहराई है। पुराने रेलवे पुल (Old Railway Bridge) पर यमुना का जलस्तर 205.75 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे की सीमा 205.33 मीटर को पार कर गया है।The Economic Timeswww.ndtv.com
2. IMD की चेतावनी और अलर्ट व्यवस्था

मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अधिक बारिश और बाढ़ की संभावना को देखते हुए, लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है।India TV NewsIndiatimes
3. यातायात जाम, जलभराव और जनजीवन पर प्रभाव
- ट्रैफिक जाम: गुरुग्राम, नोएडा और गाजियाबाद आदि इलाकों में सड़कों पर पानी भरने से ट्रैफिक चरमराया। आईएफएफको चौक, हीरो होंडा चौक जैसे स्थानों पर महज़ चार घंटे में 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई।NewsBytes
- 20 किलोमीटर लंबा जाम: दिल्ली-एनसीआर में जलभराव ने ऐसा ट्रैफिक जाम उत्पन्न कर दिया कि कई क्षेत्रों में वाहन घंटों तक फंसे रहे। मेट्रो स्टेशनों पर भारी भीड़ देखी गई क्योंकि सड़क मार्ग बाधित हो गए थे।Navbharat Times
- मेट्रो की भीड़ और जन परेशानियाँ: पानी भरने के कारण कई जगहों पर लोग पैदल चलने में मजबूर हुए और मेट्रो सेवाओं पर भारी दबाव पड़ा।Navbharat Times
4. फ्लाइट और हवाई यात्रा पर असर
- देर और रद्दीकरण: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कई फ्लाइट लेट हुईं या रद्द कर दी गईं। एयरलाइनों (Air India, IndiGo, SpiceJet, Akasa) ने यात्रियों को सलाह दी कि वे अपनी फ्लाइट्स की स्थिति चेक करें और अतिरिक्त यात्रा समय रखें।Hindustan TimesIndiatimes
5. प्रशासन की आपात तैयारियाँ और बंदी
- लोहा पुल को बंदी: प्रशासन ने 2 सितंबर 2025 की शाम से लोहा पुल (Loha Pul) को पूरी तरह बंद करने का आदेश दिया है, क्योंकि यमुना का जलस्तर 206 मीटर पार कर सकता है।Navbharat Times
- राहत एवं बचाव: बाढ़ नियंत्रण विभाग, आपदा प्रबंधन इकाइयाँ, औद्योगिक और परिवहन विभाग सभी हाई अलर्ट पर हैं।
6. आगामी मौसम और जोखिम
- अगले 48–72 घंटे खतरा बना रहेगा: यमुना का जलस्तर अगले 2–3 दिन इसे पार कर सकता है, जिससे संपूर्ण दिल्ली-एनसीआर में बाढ़ की स्थिति बनी रहेगी।The Times of IndiaNavbharat Times
- भावी बारिश की संभावना: IMD ने 4 सितंबर तक दिल्ली, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अधिक बारिश का अंदेशा जताया है और 6 सितंबर तक मानसून की गड़बड़ी की आशंका बनी हुई है।Outlook India
सरकार की तैयारियाँ—क्या काम आया, और क्या कराना बाकी है?
1. पूर्व तैयारी का दावा
मुख्यमंत्री Rekha Gupta ने जून 2025 में जनता को आश्वस्त किया था कि दिल्ली में 2025 में बाढ़ जैसी स्थिति नहीं आएगी। सरकार ने प्रमुख नालों की सफाई तथा 20 लाख मीट्रिक टन गाद हटाने जैसे इंतजाम किए हैं।The Economic TimesThe New Indian Express
इसके साथ ही Flood Control Order 2025 जारी किया गया—जो बाढ़ प्रबंधन के लिए एक मार्गदर्शिका के रूप में कार्य करता है, और प्रत्येक विभाग की जिम्मेदारियाँ निर्धारित करता है।The New Indian ExpressJagran
2. 71 जलभराव-संवेदनशील स्थल
दिल्ली सरकार ने 71 महत्वपूर्ण जलभराव स्थल (waterlogging hotspots) चिन्हित किए और निर्णय लिया कि इन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा—जैसे संरचनात्मक सुधार, नालों की सफाई और आपात समन्वय।NCR Guide
3. आलोचना और सुधार की सलाह
विशेषज्ञों ने यह कहते हुए चिंता व्यक्त की है कि दिल्ली की आपदा तैयारी ज्यादातर राहत और बचाव तक सीमित है, जबकि रोकथाम पर पर्याप्त जोर नहीं दिया जा रहा—जो समस्या के प्रति प्रतिक्रियात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
विषय | स्थिति |
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वर्तमान स्थिति | यमुना खतरे की सीमा पार, भारी बारिश, ट्रैफिक और बाढ़ का भय |
प्रभाव | घरों में पानी, सड़कें जाम, उड़ानों पर असर, जनजीवन प्रभावित |
सरकारी प्रतिक्रिया | तैयारी और तटीय उपाय पहले से; स्थानीय राहत और नियंत्रण कार्य चलने में |
आने वाला जोखिम | अगले 3–5 दिनों तक बाढ़ और पानी से इमर्जेंसी बनी रहेगी |
संभावित सुधार | बाढ़ प्रबंधन में रोकथाम, सतत तैयारी और ढांचागत स्थिरता अहम |
दिल्ली-एनसीआर की यह बाढ़ जैसी स्थिति हमें एक बार फिर याद दिलाती है कि जलवायु परिवर्तन के समय में अभियानात्मक तैयारी—भविष्य की सोच, शहर नियोजन, व्यापक बाढ़-रोधी संरचना—कम ही पर्याप्त होते हैं।
सरकार की पूर्व तैयारी सार्थक और सराहनीय है, पर नये बाढ़-प्रवण क्षेत्रों पर तत्काल निगरानी, निरंतर नालों की सफाई, ड्रेनेज सुधार और जल निकासी प्रणाली में सुधार अभी भी लगातार प्राथमिकता होनी चाहिए।
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